Euro 2020: Italy won the Euro Cup title for the second time
लंदन के वेम्बली स्टेडियम में फाइनल में इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी रही। ल्यूक शॉ ने दूसरे मिनट में गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। यह यूरो कप फाइनल का सबसे तेज गोल है। ल्यूक शॉ ने 1 मिनट 57 सेकेंड में गोल किया। इससे पहले 1964 में स्पेन के जीसस मारिया ने फाइनल के छठे मिनट में रूस के खिलाफ गोल किया था।
इटली के लियोनार्डो बानुची ने 67वें मिनट में गोल कर 1-1 की बराबरी कर ली। 34 साल 71 दिन बोनुची फाइनल में गोल करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने। फुल टाइम तक स्कोर 1-1 पर बना रहा। दोनों टीमें अतिरिक्त 30 मिनट में गोल करने में नाकाम रहीं।
यूरो कप के इतिहास में दूसरी बार टूर्नामेंट का नतीजा पेनल्टी शूटआउट से आया है। पहला परिणाम 1976 में एक दंड था। पेनल्टी शूटआउट में इंग्लैंड के हैरी केन, हैरी मैगुइरे ने गोल किए जबकि मार्कस रैशफोर्ड, जेडन सांचो और बुकायो साका गोल करने में विफल रहे। इटली की ओर से डोमिनिका बेरार्डी, लियोनार्डो बोनुची, फेडेरिको ने गोल किए। आंद्रेई बेलोटी, जोर्जिन्हो गोल नहीं कर सके।
First Goal of his Career
इंग्लैंड के लिए अपना 16वां मैच खेल रहे ल्यूक शॉ ने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में एक भी गोल नहीं किया है। लेफ्ट-बैक इंग्लैंड के अंडर -16, अंडर -17 और अंडर -21 के लिए खेल चुके हैं। 25 वर्षीय ल्यूक शॉ इंग्लिश प्रीमियर लीग में मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए खेलते हैं। वह 2014 में क्लब से जुड़े थे। 128 मैचों में दो गोल किए हैं।